राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस एक बार सत्ता पर काबिज होने के लिए जी-तोड़ मेहनत में लगी हुई है। टोंक जिले से कांग्रेस प्रत्याशी सचिन पायलट का कहना है कि राजस्थान में हर पांच साल में सरकार बदलने की परंपरा रही है लेकिन इस बार हम लोग दृढ़ संकल्प है क्योंकि पांच साल जो हमारी सरकार ने काम किया है और जो अगले पांच साल के लिए हमने रोड मैप तैयार किया है लोगों को सही से समझ आ रहा है।
बीजेपी राजस्थान में विपक्ष के तौर पर गायब रही है वह राष्ट्रीय स्तर पर भी हर मोर्चे पर विफल रही है।
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने मीडिया से बातचीत में कहा की कई सर्वेक्षणों और नेताओं की सलाह के बाद हमने जीतने की संभावना के आधार पर टिकट दिया और हर किसी को संतुष्ट करना भी संभव नहीं है लेकिन टिकट बंटवारा बहुत अच्छे से किया गया है,उन्होंने कहा कि “मैं हमेशा चाहता हूं कि ज्यादा से ज्यादा युवाओं को मौका मिले चुनाव लड़ने के लिए और इस बार का युवाओं को मौका दिया गया है”।
तो वहीं कोटा उत्तर सीट से शांति धारीवाल को टिकट दिए जाने पर सचिन पायलट का जवाब था कि टिकटों के आवंटन में नहीं जाना चाहता पार्टी को जो भी लगे कि वह जीतने योग्य उम्मीदवार है उस व्यक्ति को बहुत ही विचार विमर्श के बाद टिकट दिया गया है और आखिरी निर्णय कांग्रेस अध्यक्ष और आलाकमान पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि हमें अपना काम करना है उनकी जीत सुनिश्चित करनी है।
इसके साथ ही सचिन पायलट का यह भी कहना है कि आज देश को मजबूत विपक्ष की जरूरत है और कांग्रेस को विकल्प बनाने के लिए हमें चार-पांच प्रदेशों के विधानसभा चुनाव जीतने हैं क्योंकि अगले साल लोकसभा चुनाव भी होना है।
तो वहीं सरकार में पद के मुद्दे को लेकर उनका जवाब था कि फिलहाल हमें यह सुनिश्चित करना है कि कांग्रेस पार्टी जीते,किसे कौन सा पद मिलेगा यह किसी व्यक्ति द्वारा तय नहीं किया जाता है बहुमत का आंकड़ा मिलता है तो विधायक और दिल्ली में नेतृत्व तय करेगा कि किसे क्या जिम्मेदारी मिलेगी।
तो वहीं सचिन पायलट से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा उनको लेकर की गई टिप्पणी के बारे में सवाल किया गया तो उनका जवाब था कि इस मुद्दे को छोड़ दिया,किसने क्या कहा मैं केवल उस बात के लिए जिम्मेदार हूं जो मैंने कहा हमें राजनीतिक चर्चाओं में गरिमा बनाए रखनी चाहिए मैंने बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी जो कुछ भी कहा गया उसे भूल जाना चाहिए हमें भूलकर आगे बढ़ना है।