प्रदेश सरकार ने इन दिनों खजाने का मुंह खोल दिया है। रियायतों और सुविधाओं की झड़ी लगा दी गई है। नाराज सरपंचों को मनाने के लिए न केवल उनके अधिकार बढ़ाए गए हैं, बल्कि काम कराने की अधिकतम सीमा भी दो गुनी कर दी गई है। लिवर-किडनी ट्रांसप्लांट पर आने वाला खर्च भी एक निश्चित आयवर्ग वालों के लिए मुफ्त कर दिया गया है। सरकारी कर्मचारियों की सैलरी में भी आठ फीसदी का इजाफा किया जा रहा है। इसी महीने से यह बढ़ोतरी लागू हो गई है। इसी तरह से कुछ न कुछ घोषणाएं लगभग रोज हो रही हैं। इन घोषणाओं का निहितार्थ लोकसभा चुनावों में पांच सीटों पर मिली करारी शिकस्त से जुड़ा हुआ है। भाजपा और प्रदेश सरकार पिछली हार से सबक लेकर आगामी विधानसभा चुनावों में कोई रिस्क लेना नहीं चाहती है। यही वजह है कि वह मतदाताओं को कुछ न कुछ देने पर तुली हुई है।
सच तो यह है कि किसी भी दल के चुनाव जीतने या हारने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होती है। अब प्रदेश सरकार जल्दी ही महिलाओं पर भी फोकस करने वाली है, ऐसा राजनीतिक हलकों में कहा जा रहा है। वैसे भी सरकार ने महिलाओं के लिए कई प्रकार की योजनाएं पहले से ही चला रखी हैं। हरियाणा महिला समृद्धि योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, विवाह शगुन योजना जैसी योजनाएं तो बहुत पहले से ही हरियाणा में चल रही हैं। इतना ही नहीं, विधवा पेंशन योजना के जरिये प्रदेश सरकार लाखों महिलाओं को लाभ पहुंचा रही है।
इसके बावजूद प्रदेश सरकार को यह लगता है कि यदि महिलाओं का वोट हासिल करना है, तो महिलाओं के लिए कुछ विशेष करना होगा। यही सोच विपक्षी दलों की भी है। वे भी अपनी सरकार बनने पर महिलाओं को कितनी नकद राशि देंगे और क्या-क्या सहूलियतें प्रदान करेंगे, इसकी घोषणा करने वाले हैं। कांग्रेस ने तो लोकसभा चुनाव की तर्ज पर घोषणापत्र तैयार करना शुरू कर दिया है। हरियाणा में कुल 3.07 करोड़ आबादी में से लगभग डेढ़ करोड़ महिलाएं हैं। इन महिलाओं को साधने में जो दल सफल हो गया, उसकी ही सरकार सूबे में बनने वाली है।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल सत्ता से बाहर होने के चलते केवल घोषणाएं ही कर सकते हैं। ये घोषणाएं महिलाओं और अन्य मतदाताओं को कितनी लुभा पाती हैं, यह तो समय ही बताएगा। लेकिन सैनी सरकार बहुत ही जल्दी महिलाओं के लिए नई रियायतों की घोषणा कर सकती है। ये रियायतें जितनी ज्यादा महिलाओं को लाभान्वित करेंगी, उसको उतना ही फायदा होगा। यदि सैनी सरकार को दोबारा प्रदेश की सत्ता में आना है, तो उसे महिलाओं के लिए कुछ विशेष करना होगा। नाराज लोगों को जल्दी से जल्दी मनाना होगा, तभी उसे दोबारा सत्ता में आने का मौका मिलेगा
-संजय मग्गू