राजस्थान विधानसभा के चुनाव जल्द ही होने वाले है। इसी चुनावी शोर के बीच कांग्रेस को झटका देने वाली खबर सामने आई है,कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और सचिन पायलट की करीबी पूर्व मेयर ज्योति खंडेलवाल ने बीजेपी ज्वॉइन कर ली है।
ज्योति खंडेलवाल 2019 में जयपुर से कांग्रेस की लोकसभा उम्मीदवार भी रही है हालांकि तब उन्हें हार का सामना करना पड़ा था,इस बार चुनाव में वे हवामहल सीट से चुनावी दावेदारी भी कर रही थी। गौरतलब है कि राजस्थान में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में कांग्रेस पार्टी के लिए ज्योति खंडेलवाल का साथ छूटना बड़े झटके के तौर पर माना जा रहा है।
राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष चंद्र प्रकाश जोशी की तरफ से कहा गया है कि आज चंद्रशेखर नंदलाल पूनिया ज्योति खंडेलवाल समेत कई बड़े नेताओं ने बीजेपी की सदस्यता ली,उन्होंने बताया कि विधायक चंद्रशेखर बैद,नंदलाल पूनिया भी राजगढ़ से कई बार विधायक रह चुके हैं तो वहीं ज्योति खंडेलवाल जयपुर से महापौर रही है।
इस फेहरिस्त में और भी कई नाम शामिल है,जिसमें हरि सिंह सारण,सांवरमल महरिया,पूर्व आईपीएस अफसर केसर सिंह शेखावत,पूर्व आईपीएस ऑफिसर भीम सिंह ने भी बीजेपी का दामन थाम लिया है।
आपको बता दे कि चंद्रशेखर बैद के पिता भी राजस्थान में आठ बार विधायक रहे हैं तो वहीं ज्योति खंडेलवाल 20 साल तक कांग्रेस में रही, साल 2018 में पार्टी ने उनका टिकट काट दिया था हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में जयपुर से उन्हें टिकट मिला लेकिन बीजेपी के रामचरण बोहरा से वे हार गई थी।
आपको बता दे की कुछ दिनों पहले ही ज्योति खंडेलवाल ने राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की तारीफ की थी और उसी के बाद से वे चर्चा में भी आ गई थी कहा जा रहा था कि भाजपा ज्योति खंडेलवाल को किशनपाल सीट से उम्मीदवार भी बना सकती है,इसके अलावा छात्र नेता रविंद्र सिंह भाटी भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं।
रविंद्र सिंह भाटी छात्र नेता रह चुके हैं वे जोधपुर यूनिवर्सिटी में अध्यक्ष भी रहे हैं। वे आम आदमी पार्टी से बाड़मेर से टिकट मांग रहे थे,उन्हें फायर ब्रांड नेता कहा जाता है। अब कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा उन्हें चुनावी मैदान में उतार सकती है।
बीजेपी की तरफ से कांग्रेस पर लगातार निशाना साधते हुए कहा जा रहा है कि जिन लोगों ने कल कुछ गारंटियां दी है। राजस्थान की जनता उनसे पूछ रही है कि किसानों के कर्ज माफी की गारंटी का क्या हुआ, महिलाओं की सुरक्षा की गारंटी का क्या हुआ और राजस्थान के विकास के गारंटी का क्या हुआ।
प्रदेश में बीजेपी की सियासत चरम पर है बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने मुख्यमंत्री गहलोत के ईडी को लेकर दिए गए बयान पर भी निशाना साधते हुए कहा कि “मैं मुख्यमंत्री के बयान की निंदा करता हूं,ईडी उन लाखों युवाओं को न्याय देने के लिए काम कर रही है,जो गरीबों किसानों या आदिवासियों के बेटे हैं, पार्टी की तरफ से इस बयान कि मैं निंदा करता हूं” तो वहीं राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष और भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ की तरफ से कहा गया है कि सीएम ने कल नई योजनाओं की घोषणा की थी। लेकिन आदर्श आचार संहिता में निर्देश दिए गए हैं कि सत्ताधारी सरकार योजनाओं की घोषणा नहीं कर सकती है हम ऐसा लगातार देख रहे हैं कि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हो रहा है।