रूस के विदेश मंत्रालय(America- Russia) ने बुधवार को घोषणा की कि उसने 92 और अमेरिकी नागरिकों पर देश में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस नई सूची में पत्रकारों, अधिकारियों और व्यापारियों सहित कई प्रमुख व्यक्तियों के नाम शामिल हैं। रूस ने यह कदम बाइडन प्रशासन द्वारा रूस को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग करने की नीति के जवाब में उठाया है, जिसका उद्देश्य मॉस्को को रणनीतिक रूप से हराना है।
America- Russia विदेश मंत्रालय का दावा, झूठी खबरें फैलाई जा रही थीं
रूसी विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, प्रतिबंधित अमेरिकियों में से कई वे हैं जो रूस और उसके सैन्य बलों के बारे में “झूठी खबरें” बनाने और फैलाने में शामिल थे। इन लोगों में प्रमुख अमेरिकी मीडिया संगठनों के पत्रकार भी शामिल हैं, जो रूस विरोधी सामग्री प्रकाशित करने के लिए जाने जाते हैं।
इन पत्रकारों पर प्रतिबंध
इस नई सूची में ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ की मुख्य संपादक एम्मा टकर सहित 11 वर्तमान और पूर्व पत्रकारों के नाम हैं। टकर ने अपने अखबार के रिपोर्टर इवान गेर्शकोविच की गिरफ्तारी और उनके खिलाफ जासूसी के आरोपों की बार-बार आलोचना की थी। गेर्शकोविच, जिन्हें जासूसी के आरोप में रूस ने गिरफ्तार किया था, ने 16 महीने जेल में बिताए और हाल ही में कैदियों की अदला-बदली के तहत रिहा हुए थे। इसके अलावा, ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ के पांच पत्रकारों पर भी प्रतिबंध लगाया गया है, जिनमें कीव ब्यूरो प्रमुख एंड्रयू क्रेमर शामिल हैं। इसी तरह, ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ के चार पत्रकारों के नाम भी प्रतिबंधित सूची में शामिल हैं। इन प्रतिबंधों में न केवल पत्रकार बल्कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों में काम करने वाले अधिकारी, शिक्षाविद, व्यापारी और थिंक टैंक के सदस्य भी शामिल हैं।
2,000 से अधिक अमेरिकियों को प्रवेश पर प्रतिबंध
रूस ने अब तक 2,000 से अधिक अमेरिकियों के अपने देश में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह कदम रूस और पश्चिम के बीच चल रहे तनाव को और बढ़ा सकता है, खासकर तब जब रूस पश्चिमी मीडिया और उनके रिपोर्टिंग की तीव्र आलोचना कर रहा है। इस प्रतिबंध के जरिए रूस ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि वह अपने खिलाफ किसी भी प्रकार की नकारात्मक प्रचार को बर्दाश्त नहीं करेगा।