बांग्लादेश के अधिकारियों ने भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की 150वीं वर्षगांठ से जुड़े समारोह में भाग लेने से इनकार कर दिया है। बांग्लादेश मौसम विभाग (बीएमडी) के कार्यवाहक निदेशक मोमिनुल इस्लाम ने शुक्रवार को पुष्टि की कि एक महीने पहले आईएमडी से उन्हें निमंत्रण मिला था। हालांकि, बांग्लादेश ने सरकारी खर्च पर विदेश यात्रा पर लगी पाबंदियों का हवाला देते हुए इस समारोह में भाग न लेने का निर्णय लिया।
इस्लाम ने कहा, “भारत मौसम विभाग ने हमें अपनी 150वीं वर्षगांठ के कार्यक्रम में आमंत्रित किया है। हमारे दोनों देशों के बीच अच्छे रिश्ते हैं, और सहयोग जारी रहेगा। लेकिन सरकारी खर्च पर गैर-जरूरी विदेश यात्राओं को सीमित करना हमारी जिम्मेदारी है।” उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के मौसम विभागों के बीच नियमित संपर्क जारी रहेगा और वे भारतीय मौसम विज्ञानियों के साथ एक अलग बैठक के लिए 2024 में भारत जाएंगे।
आईएमडी ने अपने समारोह के लिए पाकिस्तान, अफगानिस्तान, म्यांमा, भूटान, नेपाल, श्रीलंका और मालदीव समेत कई देशों को आमंत्रित किया है। आईएमडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस समारोह में शामिल होने के लिए पाकिस्तान पहले ही सहमत हो चुका है, लेकिन बांग्लादेश ने अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग की स्थापना ब्रिटिश शासन के दौरान 1875 में हुई थी, जिसका मुख्य उद्देश्य विनाशकारी मौसम घटनाओं के लिए पूर्वानुमान देना था। इस विभाग का गठन खासकर 1864 में कोलकाता में आए चक्रवात और उसके बाद के वर्षों में मानसून से जुड़ी आपदाओं के बाद किया गया था। शुरूआत में आईएमडी का मुख्यालय कोलकाता में था, लेकिन बाद में इसे शिमला (1905), पुणे (1928) और फिर दिल्ली (1944) स्थानांतरित किया गया।
आईएमडी की 150वीं वर्षगांठ 15 जनवरी 2025 को मनाई जाएगी, और यह समारोह भारत और अन्य देशों के बीच मौसम विज्ञान के क्षेत्र में सहयोग को और मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर होगा।