किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) ने (punjab farmer:)केंद्र सरकार से 14 फरवरी को प्रस्तावित बैठक को जल्द आयोजित करने का आग्रह किया और किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से अपना अनिश्चितकालीन अनशन समाप्त करने की अपील की। यह संगठन संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के साथ मिलकर खनौरी और शंभू बॉर्डर पर पिछले 11 महीनों से विरोध प्रदर्शन कर रहा है।
शनिवार (punjab farmer:)को कृषि मंत्रालय के संयुक्त सचिव प्रिय रंजन के नेतृत्व में एक केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल ने खनौरी बॉर्डर पर किसान नेताओं से मुलाकात कर 14 फरवरी को चंडीगढ़ में बैठक का प्रस्ताव दिया। हालांकि, केएमएम नेता सरवन सिंह पंढेर ने सोमवार को कहा कि यह बैठक जल्द और दिल्ली में होनी चाहिए। उन्होंने सरकार पर बैठक में देरी करने का आरोप लगाया और कहा कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के बावजूद आठवें वेतन आयोग की घोषणा की गई है, तो फिर किसानों की बैठक जल्द क्यों नहीं हो सकती?
किसानों ने 21 जनवरी को प्रस्तावित दिल्ली मार्च को 26 जनवरी तक स्थगित करने की घोषणा की। पहले 101 किसानों का एक समूह शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच करने वाला था। 26 जनवरी को किसान दोपहर 12 बजे से 1:30 बजे तक भाजपा कार्यालयों और शॉपिंग मॉल के बाहर ट्रैक्टर खड़े करेंगे।
डल्लेवाल के स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताते हुए केएमएम नेताओं ने उनसे अनशन समाप्त करने की अपील की। डॉक्टर सवाईमान सिंह ने भी कहा कि केवल चिकित्सा सहायता से लंबे समय तक जीवित रहना संभव नहीं है। किसान नेता एम एस राय ने कहा कि यह आंदोलन लंबा चलेगा, इसलिए प्रमुख नेताओं को स्वस्थ रहना आवश्यक है।
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और केएमएम के बैनर तले किसान 13 फरवरी 2023 से पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर डटे हुए हैं, क्योंकि उन्हें दिल्ली कूच करने की अनुमति नहीं मिली थी। किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी सहित विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं।