सरकारी कन्या कॉलेज चीका के एक प्राध्यापक द्वारा छात्राओं को अश्लील वीडियो लिंक भेजने के मामले में आरोपी प्राध्यापक के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कॉलेज के गेट के सामने अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। धरने की अगुवाई डॉक्टर चरण दास पवार (Dr Charan Das Pawar) ने की। कॉलेज की छात्राओं एवं आम लोगों को संबोधित करते हुए डॉक्टर चरण दास पवार (Dr Charan Das Pawar) ने कहा की कॉलेज की छात्राओं के एक व्हाट्सएप ग्रुप में कॉलेज के एक अध्यापक ने पॉर्न वीडियो का लिंक भेजा। पुलिस में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया। प्राध्यापक 2 दिन जेल में रह आया। कॉलेज की अंतरिक शिकायत कमेटी ने उसे अपनी प्रारंभिक जांच में दोषी करार दे दिया लेकिन बावजूद इस सब के प्रिंसिपल ने उक्त प्राध्यापक के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की ।
डॉक्टर पवार (Dr Charan Das Pawar) ने कहा यह सब आश्चर्यजनक है कि कॉलेज प्रशासन आखिर किस दबाव के कारण आरोपी को लगातार बचा रहा है। प्रिंसिपल के रवैया को संवेदनहीनता की प्रकाष्ठा करार देते हुए डॉक्टर पवार ने कहा कि जब अदालत में छात्राओं को बयान के लिए पुलिस लेकर गई तब भी प्रिंसिपल ने अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए किसी भी कॉलेज स्टाफ या शिक्षक को छात्राओं के साथ अदालत में नहीं भेजा। मौके पर खड़ी अनेक छात्राओं ने इस बात का समर्थन करते हुए कहा कि वह डरी डरी अदालत में गई थी। हम अपने गुरुजनों का मुंह ताकती रही। लेकिन किसी का दिल भी हमारे लिए नहीं पसीजा। पवार ने कहा कि यह तो गनीमत है कि आरोपी प्राध्यापक खुद ही कॉलेज में नहीं आया। अगर वह कॉलेज में आता तो कक्षाओं में भी जाता तो परिस्थितियों विकट हो जाती।
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मौके पर मौजूद छात्राओं ने कहा कि चाहे कुछ हो जाए हमने उक्त प्राध्यापक से नहीं पढ़ना। मुंह पर चुन्नी बांधकर अपनी पहचान छुपाते हुए छात्राओं ने कहा कि हमें बार-बार कभी कॉलेज की इज्जत का हवाला देकर और कभी इंटरनल परीक्षा में काम नंबर देने का भय दिखाकर चुप रहने का दबाव डाला जा रहा है। छात्राओं ने कहा कि अगर हम आवाज ना उठाएं और कॉलेज में जो चल रहा है वह चलता रह.. तो कॉलेज की इज्जत खराब होगी। हमारे बोलने से अगर आरोपी शिक्षक की कॉलेज से छुट्टी हो गई तो कॉलेज का नाम बनेगा।
दर्जनों लोगों ने दिया समर्थन
डॉक्टर चरण दास पवार (Dr Charan Das Pawar) के धरने पर विभिन्न सामाजिक संस्थाओं से जुड़े हुए लोग समर्थन देने के लिए पहुंचे। गांव पीडल के पूर्व सरपंच ओमपाल राणा, गांव कलर माजरा के पूर्व सरपंच अमरजीत सिंह, भीम कौशिक, पंडित सुभाष पाधा, अंग्रेज नरसी, शेर सिंह नंबरदार चक्कू, रणधीर सिंह, गुलशन चुघ आदि ने कहा की बेटियों को न्याय दिलाने की इस लड़ाई में वे बिल्कुल ही पीछे नहीं हटेंगे।
प्रिंसिपल कर रहे हैं टालमटोल
मौके पर जमा लोगों ने प्रिंसिपल रामनिवास यादव द्वारा पूरे मामले पर अपनए गए ढुलमुल रवैया की कड़ी निंदा की। लोगों ने कहा की प्रिंसिपल बार-बार मामला अदालत में होने का बहाना बनाकर कार्रवाई को टाल रहे हैं जबकि एक्सटेंशन लेक्चरर की नियमावली में स्पष्ट लिखा हुआ है कि अगर किसी प्राध्यापक का आचरण अनैतिक है तो प्रिंसिपल के पास उसे नौकरी से डिसमिस करने का अधिकार है। पंडित सुभाष पाधा ने कहा कि अगर प्रिंसिपल का रवैया नहीं बदला तो वे कॉलेज के मुख्य द्वार पर ताला लगाने से नहीं चूकेंगे। पढ़ने कहा कि हमें अपना शिक्षा का यह संस्थान बहुत प्यारा है लेकिन कोई भी संस्थान हमारी बेटियों की अस्मत से ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं है।
मंगलवार को होगी कार्रवाई: प्रिंसिपल रामनिवास यादव
कॉलेज के प्रिंसिपल रामनिवास यादव ने फोन पर पत्रकारों को बताया कि वे चंडीगढ़ में उच्च शिक्षा विभाग के कार्यालय में हैं। विभाग से उन्होंने पूरे मामले पर मार्गदर्शन हासिल कर लिया है। वे कल यानी मंगलवार को चीका आकर आरोपी प्राध्यापक के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
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