सोशल मीडिया पर हाल ही का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। जिसमे केदारनाथ यात्रा मार्ग पर दो युवकों द्वारा एक खच्चर को सिगरेट पिलाई जा रही है। पुलिस ने जानकारी दी कि एक खच्चर के मालिक को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। इस सिगरेट को संभवत: गांजे से भरा हुआ है जिसको पिलाने के लिए बेजुबान जानवर को मजबूर किया जा रहा है। इस वीडियो में साफ़ तौर पर देखा जा सकता है कि एक व्यक्ति कस कर खच्चर का मुंह और एक नथुना पकड़ा हुआ है, तो वही दूसरे युवक ने दूसरे नथुने से उसे जबरदस्ती सिगरेट पिलाने का प्रयास कर रहा है।
सोशल मीडिया पर जब यह वीडियो यूज़र्स ने देखी तो उन्होंने घोड़े और खच्चरों के संचालकों और इस अमानवीय अमानवीय व्यवहार करने वालो के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है। जानवरो को नशे में करने के लिए यह किया जा रहा है और इन बेजुवान जानवरो से अधिक काम लिया जा सके। ऐसा लोगो का मानना है। हिमालय स्थित केदारनाथ धाम तक जाने वाले पैदल रास्ते में श्रद्धालुओं और उनके सामान को ढोने के लिए घोड़े और खच्चरों का इस्तेमाल किया जाता है।
सोनप्रयाग पुलिस थाने के निरीक्षक सुरेश चंद्र बलूनी का कहना है कि वीडियो की जांच करने पर रूद्रप्रयाग की जिला पुलिस ने पाया कि यह घटना हाल ही में 16 किलोमीटर लंबे पैदल रास्ते पर छोटी लिंचोली के पास स्थित थारू शिविर में हुई। उनका यह भी कहना था कि खच्चर के मालिक राकेश सिंह रावत के खिलाफ मामला दर कर लिया गया हैं इसके साथ साथ उसे गिरफ्तार भी कर लिया गया है। साथ ही उन्होंने बोला कि रावत के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं तथा पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। जब प्रशासन से यह पूछा गया कि सिगरेट में गांजा या इस प्रकार का कोई और नशीला पदार्थ तो नहीं भरा हुआ था तो बलूनी ने कहा कि इस संबंध में अभी जाँच जारी है। इस वर्ष केदारनाथ यात्रा 25 अप्रैल को शुरू हुई थी और करीब दो माह की इस अवधि में पुलिस ने घोड़े-खच्चरों के प्रति क्रूरता के संबंध में 14 मामले दर्ज किए हैं।