गुरुग्राम- हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो द्वारा डीएवी पुलिस पब्लिक स्कूल में एक दिवसीय 23वां, 24वां और 25वां नशे के विरुद्ध एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ब्यूरो प्रमुख ओपी सिंह अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक साहब के दिशानिर्देशों एवं पुलिस अधीक्षक पंखुरी कुमार के मार्गदर्शन में ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी/ उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा द्वारा यह कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें अलग अलग तीन भागों में यह कार्यक्रम हुआ। प्रथम भाग में 715 विद्यार्थियों, दूसरे भाग में 15 चालकों और तीसरे भाग में 21 शिक्षकों के साथ नशे रुपी राक्षस का वध करने बारे मंत्रणा हुई जिसमें नशे से दूर रहने के साथ साथ इस बुराई को समूल नष्ट करने पर विचार किया गया।
विद्यालय की प्राचार्या नैंसी शर्मा की अध्यक्षता में यह कार्यक्रम हुआ। ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी / उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने अलग अलग जागरूकता कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए कहा कि आज के दिन 9 अगस्त 1942 को भारत छोड़ो आंदोलन हुआ था और आज नशा छोडो आंदोलन हो रहा है। नशे पर प्रहार करते हुए डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने कहा कि यदि नशा मनुष्य के लिए तनिक भी अच्छा होता तो सबसे पहले माँ अपने बच्चे को कहती ले खा ले मेरे बच्चा। उन्होंने विद्यार्थियों के हृदय को झंझोड़ कर रख दिया।
नशे पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि बच्चो आप हमारे बच्चे हैं हम सबने मिलकर नशे को मार भगाना है और स्वस्थ जीवन अपनाना है। शिक्षकों के साथ वार्तालाप करते हुए उन्हें अलग से टिप्स देते हुए बताया कि सरकार द्वारा धाकड़ नामक योजना के अंतर्गत विद्यार्थियों को धाकड़ की उपाधि दी है और धाकड़ वह है जो अपने कर्तव्य का पालन करता है और कर्तव्य के पथ पर कभी नहीं डरता।
माता पिता, वृद्धों, और गुरुजनों का सत्कार उनके गन होते हैं। नशे के लिए जीवन में कोई स्थान नहीं है। चालकों के साथ अलग से वार्तालाप करते हे कहा कि बस के चालक और परिचालक पर विद्यार्थियों को घर से सुरक्षित लेकर आना और छोड़ना है। नियमों का पालन और नशे से दूर रहकर ही अपने कर्तव्य का निर्वहन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि 90 प्रतिशत अपराध नशे के कारण हो रहे हैं। प्रतिबंधित नशों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गयी। ब्यूरो के हेल्पलाइन नंबर 9050891508 का रामबाण के रूप में प्रयुक्त करके नशा मुक्त समाज के निर्माण में सहयोग करने के लिए प्रेरित किया।