Thursday, October 24, 2024
26.1 C
Faridabad
इपेपर

रेडियो

No menu items!
HomeEDITORIAL News in Hindiसंत नामदेव ने छाल की तरह अपनी खाल उतारी

संत नामदेव ने छाल की तरह अपनी खाल उतारी

Google News
Google News

- Advertisement -

महाराष्ट्र के संत नामदेव ने जीवन भर प्रभु भक्ति और समता का प्रचार किया। वह अपने समय के प्रसिद्ध संत ज्ञानेश्वर के साथ उत्तर भारत में आए थे। कहा जाता है कि उन्होंने कई साल तक पंजाब में भी बिताए थे। संत ज्ञानेश्वर अपने समकालीन संत नामदेव से पांच साल बड़े थे। संत नामदेव ने मराठी के साथ-साथ हिंदी में भी रचनाएं की थीं। सिख धर्म की सबसे पवित्र पुस्तक गुरु ग्रंथ साहिब में संत नामदेव की रचनाएं शामिल की गई हैं। संत नामदेव ने किसी भी प्रकार भेदभाव न करने की बात कही है। यही वजह है कि वे महाराष्ट्र से लेकर पंजाब और हिंदी भाषी प्रदेशों में भी पढ़े और पूजे जाते हैं। उनके बचपन की एक कथा है। एक बार की बात है।

उनकी मां गोणाई देवी को किसी दवा के लिए एक पेड़ की छाल की जरूरत थी। उन्होंने अपने पुत्र नामदेव से उस पेड़ की छाल लाने को कहा। नामदेव बचपन से आध्यात्मिक प्रवृत्ति के थे। उनका मन ईश्वर भक्ति में बहुत लगता था। मां का आदेश मिलने पर उन्होंने चाकू उठाया और चल दिए। घर से थोड़ी दूर पर लगे उस पेड़ की छाल उतारी और घर की ओर लौटने लगे। वह अभी घर के आधे रास्ते में थे कि उन्हें एक साधु मिला। वह उन्हें पहचानता था।

उस साधु ने पूछा, कहां गए थे नामदेव। नामदेव ने कहा कि मां ने पेड़ की छाल मंगाई थी, वही लेने गया था। उस संत ने कहा कि क्या तुम्हें मालूम है कि पेड़ में भी जान होती है। वैद्य जब पेड़ की फूल,पत्ती याछाल लेते हैं, तो पेड़ से हाथ जोड़कर क्षमा मांगते हैं। छाल उतारने पर पेड़ को कितना दर्द हुआ होगा, जानते हो? यह सुनकर नामदेव घर लौट आए और उसी चाकू से अपने पैर की खाल उतारने लगे। खून देखकर उनकी मां ने पूछा, यह क्या कर रहे हो। तब नामदेव ने सारी बात बताई।

-अशोक मिश्र

लेटेस्ट खबरों के लिए क्लिक करें : https://deshrojana.com/

- Advertisement -
RELATED ARTICLES
Desh Rojana News

Most Popular

Must Read

बोधिवृक्ष

पिता के बुरे कर्मों की सजा बेटी को क्यों?अशोक मिश्रराजा राम मोहन राय का जन्म 22 मई 1772 में पश्चिम बंगाल के हुगली जिले...

पराली जलाने वालों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने को मजबूर सरकार

संजय मग्गूआखिरकार सैनी सरकार को प्रदूषण के मामले में सख्त होना ही पड़ा। वैसे सरकार पहले सख्त कदम उठाने के मूड में नहीं थी। यही...

युद्ध नहीं होते किसी भी समस्या का निदान

संजय मग्गूसोशल मीडिया एक्स पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। उसे गाजा पट्टी का बताया जा रहा है। वीडियो में एक आठ नौ...

Recent Comments