बिगड़ती लाइफ़स्टाइल और खानपान में लापरवाही के कारण आजकल पाचन और पेट की समस्याओं से लगभग हर चौथा व्यक्ति जूझ रहा है। पेट से जुड़ी जैसे समस्याएं ब्लोटिंग और कब्ज़ आदि का लोगों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा कुछ लोगों को बाहर का खाना खाने के बाद मतली, पेट में दर्द और उल्टी जैसी समस्याएं भी होती है। ऐसे में यदि आप लापरवाही बरतते हैं तो आगे जाकर यह समस्या और भी ज्यादा बढ़ सकती हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे फलों के बारे में बताएंगे जिन्हें आप अपनी डाइट में शामिल करके अपने पेट की समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं। तो आइए जानते हैं ऐसे ही पांच फलों के बारे में जो आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
पाचन की समस्याओं से छुटकारे में मददगार ये पांच फल
1. खुबानी
विटामिन सी से भरपूर पाए जाने वाला वाला फल खुबानी को अपनी डाइट में शामिल करना आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा। इसके सेवन से ना केवल पाचन क्रिया में सुधार होगा बल्कि शरीर की इम्यूनिटी भी बूस्ट होगी। इस साल में फाइबर अधिक मात्रा में पाया जाता है जिसके कारण यह फल पेट की समस्याओं के लिए बहुत लाभदायक है।
आम
गर्मी के मौसम में फलों का राजा आम सबका पसंदीदा होता है। गर्मी के मौसम का यह फल के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है। आम का सेवन आपकी खराब पाचन क्रिया को भी सुधार सकता है। इसमें कई तरह के एंजाइम पाए जाते हैं जो कि पेट लिए अच्छे होते हैं।
कीवी
एक्टिनिडाईन एंजाइम से भरपूर कीवी को भी डाइट में शामिल करने से आपको पेट की समस्याओं से बड़ी राहत मिलेगी। कीवी में मौजूद ये एंजाइम पाचन क्रिया को दुरुस्त बनाएंगे। ऐसे में पेट की समस्याओं से निजात पाने के लिए आपको हर दिन एक कीवी का सेवन ज़रूर करना चाहिए।
सेब
सेब एक ऐसा फल है जिसे हर डॉक्टर खाने की सलाह देता है। सेब के सेवन से ना केवल पाचन संबंधित समस्याएं दूर होती हैं बल्कि शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम करने में भी यह फल बेहद लाभदायक है। इसके अलावा यदि आपको दस्त और कब्ज जैसी समस्याएं हैं तो सेब खाना तुरंत शुरू कर दीजिए।
पपीता
पपीते में पपेन (Papain) एंजाइम पाए जाते हैं। इसे खाली पेट खाने से पाचन संबंधित समस्याएं दूर होती है। इसके अलावा पपीता इम्यूनिटी बूस्ट करने में भी सहायक है। यह पाचन क्रियाओं को तेज़ करता है और इसके साथ ही पपीता आंतों के लिए भी बेहद अच्छा माना जाता है।
पाचन और पेट से जुड़ी समस्याओं से बचाव के लिए इन फलों को अपनी डाइट में ज़रूर शामिल करें। इसके अलावा खानपान में लापरवाही न बरतें और जितना हो सके अपने खानपान और डाइट का खासतौर पर ख्याल रखें।