अपहरण के बाद युवक की हत्या करने के आरोप में क्राइम ब्रांच सेक्टर 48 के प्रभारी राकेश कुमार और उनकी टीम ने चार आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। इस मामले में तीन आरोपी अभी भी फरार है। मुख्य आरोपी ने अपने भाई की मौत का बदला लेने के लिए अपने परिजनों और दोस्तों के मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस फरार आरोपियों की तलाश कर रही है। अपह्त युवक की बहन ने चार जून को थाना सारन में मामला दर्ज करवाया था।
पुलिस प्रवक्ता सुबे सिंह के मुताबिक सारन इलाके में रहने वाला योगेश टाइल्स लगाने का काम करता है। उसने न्यू जनता कालोनी में रहने वाले अपने दोस्त अर्जुन का रिश्ता करवाया था। शादी के कुछ समय बाद योगेश अर्जुन के साथ कहीं गया था। रास्ते में हुई सड़क दुर्घटना में अर्जुन की मौत हो गई। लेकिन अर्जुन का भाई गुड्डू और अन्य परिजनों को शक था कि योगेश ने अर्जुन की हत्या की है।
ऐसे में गड्डू ने योगेश से भाई की मौत का बदला लेने की योजना अपने पिता धर्मपाल, चाचा नरेश, भाई कालू, राजू,दोस्त शमीम और आसीन के साथ मिलकर बनाई थी। तीन जून को गुड्डू ने योगेश और उसके भाई रिंकू को न्यू जनता कालोनी में टाइल्स का काम दिलवाने के लिए बुलाया था। जहां आरोपी दोनों का अपहरण कर उसे बुलंद शहर ले जा रहे थे।
खुर्जा के पास रिंकू ने लघु शंका के बहाने गाड़ी रूकवाई और शोर मचाते हुए भागने लगा। शमीम और अमित उर्फ राजू रिंकू को पकड़ने भागे। लेकिन रिंकू के बताने पर ग्रामीणों ने दोनों को दबोच कर बुलंद शहर पुलिस के हवाले कर दिया। आरोपी गुड़डू, नरेश, कालू और धर्मपाल योगेश को अपने साथ ले गए और उसकी मारपीट कर हत्या कर दी। सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस पकड़े गए आरोपियों को यहां ले आई। पूछताछ के बाद पुलिस ने धर्मपाल और अमित को भीगि रफ्तार कर लिया। गड्डू, नरेश और आसानी अभी फरार हैं। पुलिस इनकी तलाश कर रही है। गिरफ्तार आरोपियों को पुलिस ने अदालत में पेश कर चार दिन के रिमांड पर लिया है। पुलिस पूछताछ कर अन्य आरोपियों कासुराग लगाने और वारदात में इस्तेमाल वाहन और हथियारों की बरामदगी का प्रयास कर रही है।