देश रोजाना ब्यूरो, फरीदाबाद
बल्लभगढ़ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन (बीपीएसए) के प्रदेशाध्यक्ष चंद्र सेन शर्मा ने हरियाणा सरकार पर अपने वादे से मुकरने का आरोप लगाया हैं। बल्लभगढ़ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष चंद्र सेन शर्मा का कहना हैं कि शिक्षा विभाग ने मार्च 2023 में हरियाणा में चल रहे अस्थाई मान्यता प्राप्त स्कूलों को 2 साल की एक्सटेंशन देने का वादा किया था और 2 साल की एक्सटेंशन देने बारे पत्र जारी किया था लेकिन अब सरकार अपने किए वादे से पीछे हट गई हैं।
बल्लभगढ़ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष चंद्र सेन शर्मा का कहना हैं कि जब शिक्षा विभाग ने अस्थाई मान्यता प्राप्त स्कूलों को 2 साल की एक्सटेंशन देने का पत्र जारी किया था तभी हरियाणा के अस्थाई मान्यता प्राप्त स्कूलों के द्वारा बच्चो को वर्तमान सत्र के लिए दाखिला दिया गया था लेकिन अब शिक्षा विभाग द्वारा सरकार के आदेश पर ऐसा तुगलकी पत्र जारी करना सरकार के तानाशाही रवैये को उजागर करता हैं जिसे प्राइवेट स्कूलों द्वारा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा अगर सरकार अपनी बातो पर अडिग रही तो प्राइवेट स्कूल संचालक सड़को पर उतरने से गुरेज नहीं करेंगे।
60 हजार बच्चों के बर्बाद होते भविष्य का जिम्मेवार कौन?
हरियाणा में अस्थाई मान्यता और सरकार के विवाद में उनमें पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य अंधकारमय नजर आने लगा हैं। जो इन अस्थाई मान्यता प्राप्त स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। आखिर उन बच्चो का क्या कसूर हैं जो मासिक फीस देकर अब अपनी 10वी 12वी की बोर्ड परीक्षा नही दे पाएंगे। जिनका एक साल बर्बाद होता नजर आ रहा हैं क्योंकि सरकारी स्कूलों के सभी कक्षाओं का हरियाणा शिक्षा बोर्ड में रजिस्ट्रेशन भी हो चुका हैं और उनकी बोर्ड परीक्षा की चेक लिस्ट भी जारी हो चुकी हैं। जबकि 1032 अस्थाई मान्यता प्राप्त स्कूलों के बच्चो के अभी तक बोर्ड परीक्षा के फार्म तक नही भरे गए हैं।