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एक समय में शुगर नहीं दवाई के रूप में खाये जाते थे लड्डू, जानिये लड्डुओं का इतिहास

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देश रोज़ाना: लड्डू का नाम तब हम सुनते है तो हमारे मन में किसी शादी विवाह की तस्वीर बनती है। लेकिन, क्या आप जानते है। लड्डू का प्रयोग दवाईओं के लिए किया जाता था। और आज के युवा लड्ड़ओं से दूर भागते है। पहले के ज़माने में लोग अलग अलग तरह के लड्डू बनाकर खाते थे। जिसके कारण उन्हें कम बीमारियां होती थी। लड्डू का इतिहास सबसे पुराना है।

लड्डू का नाम संस्कृत से ली गई है। जिसका अर्थ है छोटी गेंद। जिसका सबसे अधिक जिक्र महाभारत और रामायण में किया गया है। लड्डुओं का जिक्र पहले समय में किया जाता है। जब इन्हे मोदक कहा जाता था। लड्डुओं का इतिहास ईसा पूर्व किया गया था। पहले के समय में ये लड्डू गुड़, शहद, मूंगफली, तिल आदि चीज़ों को कूटकर तैयार किया जाता था। जो रोगियों के इलाज में दवा के रूप मे दिया जाता था।

युद्ध के समय में लोग युद्ध पर जाते समय लड्डू खाकर जाते थे। उसे एक शगुन माना जाता है। और पहले के समय में शादी होने और छोटे बच्चे होने पर मिठाई खाई जाती थी। जो एक शगुन के तौर पार माना जाता था। कई प्रकार के लड्डू बनाये जाते थे। जैसे बेसन के लड्डू, मोतीचूर लड्डू, नारियल का लड्डू, तिल के लड्डू, पिन्नी लड्डू आदि बनाये जाते है।

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